Saturday 11 July 2015

नांग मोरी नंदा गे(छत्तीसगढ़ी)

नांगमोरी नंदागे  टोड़ा खियागे,
सुता खिनवा करधन नंदागे,
वाह रे मोर दाई के सुघर भंदयी(हरपा)
मोर बबा के चाम पनही नंदागे ।

लुगरी पोलखा नंदा गे,
धोती सल्लुखा नंदागे,
वाह रे चीरचीरा के मुखारी,
करिया मूड़मिंजनी माटी नंदागे ।

ढेंकी नंदागे जांता नंदागे,
बासी बोरे सयीकमा नंदागे,
वाह रे कांसा थारी के भात,
हंड़िया नंदागे पैनहा नंदागे ।

रहिचूल फुगड़ी नंदागे,
गोंटकर्रा के बांटी नंदागे,
वाह रे बीस अमरीत  तैं,
बर पेड़ के डंडा छुवाल नंदागे ।

कथरी नंदागे कमरा नंदागे,
गली  के तापे भूरी नंदागे,
वाह रे मोर पैरा के जठना,
मोर माटी के गोरसी नंदागे ।

नांगर बैला नंदावथे,
हमर बैला गाड़ी नंदावथे,
धरसा के रावन नंदावथे,
शहर  बर आज गांव नंदावथे ।

रचना -
हेमंत मानिकपुरी
भाटापारा
जिला-
बलौदा बाजार-भाटापारा
छत्तीसगढ़
8871805078

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