क्या मुफ्ती को मुफ्त मे मिल गई है बीजेपी,
छोड़े जा रहा है अलगाववादी आतंकी ।
क्या होगा इस वतन का अब मुफ्ती,
तेरे इरादों मे नजर आती नही कोई नेकी ।
क्यों नतमस्तक हुए जा रही है बीजेपी ,
सत्ता लोलुपता मे क्या फंस गई बीजेपी ।
और इतना होते हुए क्यों चुप है सरकार,
क्या इसी दिन के लिए मिला था जनाधार ।
उठो जागो चुप्पी तोड़ो बीजेपी सरकार,
समर्थन वापस लेकर मुफ्ती को कर निराधार ।
आज के राजनैतिक परिदृश्य पर मेरा निजी कटाक्ष....
रचना
हेमंतकुमार मानिकपुरी
भाटापारा
जिला
बलौदाबाजार-भाटापारा
छत्तीसगढ़
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