Monday 26 September 2016

हाईकू ५/७/५

       १
बारिश नही
खेत पर सूखते
त्रास किसान

        २

मेघ रूठे तो
उजड़ गई धरा
है अवसन्न

          ३

ताल सूखे से
जल जन्तु अनाथ
है खिन्न खिन्न

           ४

देंह तपती
जल रहा भूतल
घोर अनल

             ५

उड़ तुरंग
अनुग्रह हे मेघ
हर विपन्न

            
हेमंत कुमार मानिकपुरी
भाटापारा
छत्तीसगढ़

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