Saturday 2 January 2016

गज़ल

ये रचना प्रधानमंत्री के हाल ही मे पाकिस्तान दौरा और पठानकोट आतंकी हमले पर आधारित है.......

बड़े दिनो बाद बेवफाई की तकल्लुफ की उसने,
मुझसे मिलने की नाकाम बेदर्द कोशिश की उसने।

मै जाता रहा उनके गलीयों मे बार बार उनसे मिलने,
आज दोस्ती का सिला देने अच्छी कोशिश की उसने।

इस तरह भी तो कोई प्यार नही करता जर्रा जर्रा,
उठा जो प्यार का हाथ क्यूं काटने की कोशिश की उसने।

अमन भाई चारे की बात मै ही क्यूं करता बारबार  हूं आखिर,
जब हर घूंट पर मेरी जहर देने की कोशिश की उसने।

"हेमंत" ये तो इकतरफा मोहब्बत है किसी दिवाने का,
जो हर बार मोहब्बत की तौहिन करने की कोशिश की उसने।

रचना
हेमंतकुमार
भाटापारा
जिला
बलौदाबाजार-भाटापारा
छत्तीसगढ़

No comments:

Post a Comment