बावरी तेरे प्यार मे मै बांवरा बनूं,
तुम राधा बनो तो मै श्याम बनूं।
कभी मधुबन मे कभी यमुना किनारे,
तुम रास लीला बनो तो मै बंशी बनूं।
मै सांवरा तुम सुघड़ सलोनी काया,
तुम दर्पण बनो तो मै सूरत बनूं।
कूंज गलियां रोशन रहे सदा प्यार मे,
तुम दिया प्यार की तो मै तेरा बाती बनूं।
प्यार से महकता रहे ये वादियां हर पल,
तुम प्यार की मुरत बनो तो मै बांवरा बनूं।
रचना
हेमंतकुमार मानिकपुरी
भाटापारा
जिला
बलौदाबाजार-भाटापारा
छत्तीसगढ़
No comments:
Post a Comment