Saturday, 2 January 2016

हावे नवा बछर के संदेश

जाति पाति के भेद बदलव,
अरझट छुआ छुत के बारव,
मनखे ह मनखे बर मया करव,
हावे इही नवा बछर के संदेश।

नोनी बाबू म भेद झिन करव,
पढ़ावव नोनी बढ़ावव नोनी,
दहेज बर नोनी के झिन होवय मउत,
हावे इही नवा बछर के संदेश।

रूख लगावव हरियर हरियर,
वन जीवन के रखवारी करव,
इही जिनगी बर हवय विशेष,
हावे इही नवा बछर के संदेश।

बने उज्जर राखव अंगना दुवार,
गली खोर मोहल्ला करलव साफ ,
बाहिर भांठा के बेवस्था करव बने,
हावे इही नवा बछर के संदेश।

फोकट के खवईया मन संगवारी,
बने जोरदहा काम बूता करव,
दाई बाबू बर पोठहा लाठी बनव,
हावे इही नवा बछर के संदेश।

रचना
हेमंतकुमार मानिकपुरी
भाटापारा
जिला
बलौदाबाजार-भाटापारा
छत्तीसगढ़

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