धड़ धड़ ले दव दाग,सबो ला मारव गोली। छाती मा चढ़ जाव,खून के खेलव होली। आतंकी ला गाड़,देश बिक्कट सुख पाही। छोंड़व झन जी आज,फेर मउका नइ आही। मानवता के नाश ला,रोकव अब पारी हवय। आवव आघू वीर तुम,दुश्मन देख सिहर जवय।
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