Thursday 1 October 2015

गज़ल

चर्च मंदिर मस्जिद गुरूद्वारा कोई काम न आया,
सब धर्मों का प्रेम हि क्यों अतुलित भारत को भाया।

मत लड़ो चर्च मंदिर मस्जिद गुरूद्वारा के लिए साथियों,
जीजस ईश्वर खुदा वाहेगुरू  है भारत को भाया।

अरे भाई भाई हैं हम सब इस पूरे हिन्दुस्तान मे,
दूश्मनी का दौर कल न आज है मां भारती को भाया।

सब धर्मो मे रहकर भी हम मां भारती का गुणगान करें,
जिस मिट्टी मे हम उपजे कोई मिट्टी न हम को भाया।

"हेमंत"आ जाओ हम सब मिलकर एकता के राह चलें,
झगड़ा दुश्मनी बैर बताओ है कहां जन्म भूमि को भाया।

रचना
हेमंतकुमार मानिकपुरी
भाटापारा
जिला
बलौदाबाजार-भाटापारा
छत्तीसगढ़

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