करिया-करिया आवय बादर।
पानी तब बरसावय बादर।।
टप-टप चूहय छानी परवा।
छलकय तरिया, छलकय नरवा।।
खेत - खार मा पानी-पानी।
जामय बीजा आनी बानी।।
अँधियारी मा बिजली बर गे।
गरजिस बादर नोनी डर गे।।
गली-खोर नरवा कस लागय।
लइका कूदय दउँड़य भागय।।
कागज के डोंगा अब बनगे।
हमर बबा के छाता तनगे।।
रात मेंचका टर - टर गावय।
कूदय नाचय मँजा उड़ावय।।
हँड़िया ले अब होरा लावव।
माई पिल्ला बइठे खावव।।
हेमंत कुमार "अगम"
भाटापारा छ.ग.
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